असल में पीड़िता को एसआईटी कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। क्योंकि पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मामले में उसकी भूमिका भी अहम मानी जा रही है। उसके तीन साथियों को चिन्मयानंद से रंगदारी की धमकी के मामले में जेल भेजा जा चुका है। छात्रा ने चिन्मयानंद को 200 बार फोन किया है। लिहाजा अब इसके बाद उसकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। लेकिन पीड़िता इससे बचने के लिए आज प्रयागराज में हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर कर सकती है। इसके लिए वह पिता, भाई और अपने वकीलों के साथ प्रयागराज चली गई है। जहां आज वह हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत लेने की कोशिश करेगी।