Jyotiraditya Scindia
(Search results - 67)NewsJul 11, 2020, 6:38 AM IST
आखिर मध्य प्रदेश में कहां फंसा है मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में पेंच, या फिर शिवराज खेल रहे हैं खेल
राज्य में कैबिनेट के विस्तार हुए आठ दिन से ज्यादा गुजर गए हैं और शिवराज सिंह सरकार के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। हालांकि सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि जल्दी ही मंत्रियों को उनके विभागों का वितरण किया जाएगा। राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अतिरिक्त उनके कैबिनेट में 33 मंत्री हैं और इसमें से 25 कैबिनेट मंत्री हैं जबकि आठ मंत्री राज्यमंत्री हैं।
NewsJul 10, 2020, 1:48 PM IST
राजस्थान में किसी नेता को 'सिंधिया' नहीं बनने देंगे गहलोत
असल में मध्य प्रदेश से सत्ता जाने के बाद कांग्रेस राजस्थान में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। लिहाजा वह नाराज नेताओं की नाराजगी को जल्द शांत करना चाहती है। हालांकि कुछ नेताओं ने पिछले महीने हुए राज्यसभा चुनाव में अपनी नाराजगी दिखाई थी। लिहाजा अब गहलोत विभिन्न गुटों के नाराज नेताओं को कैबिनेट में शामिल कर उनका नाराजगी दूर करना चाहती है।
NewsJul 2, 2020, 1:50 PM IST
शिवराज के राज में सिंधिया बने 'महाराज'
असल में राज्य में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की झलक कैबिनेट विस्तार में देखने को मिली है। इसमें सबसे ज्यादा फायदा ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों को मिला है। जबकि पार्टी ने पुराने नेताओं को कैबिनेट से दूर रखकर सिंधिया समर्थकों को शामिल किया है।
NewsJun 28, 2020, 2:30 PM IST
मध्य प्रदेश में अगले हफ्ते हो सकता है शिवराज सरकार का कैबिनेट विस्तार, विधानसभा उपचुनाव पर नजर
बताया जा रहा है कि कैबिनेट में राज्य भाजपा के सभी धड़ों से नेताओं को जगह मिल सकती है। वहीं हाल ही में कांग्रेस से आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। ताकि कांग्रेस से आए नेताओं को खुश किया जा सके और उपचुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिले।
NewsJun 20, 2020, 9:58 AM IST
'महाराज' की जीत के बाद 'राज्याभिषेक' की तैयारी
सिंधिया मध्य प्रदेश की राजनीति के दिग्गज नेताओं में शुमार हो गए हैं। राज्य में कांग्रेस की सत्ता जाने का पूरा श्रेय सिंधिया को ही जाता है। वहीं राज्य में 2018 में हुए चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की सत्ता में वापसी में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन कांग्रेस में तवज्जो न मिलने के कारण आखिरकार उन्हें कांग्रेस से अलविदा कहना पड़ा था।
NewsJun 10, 2020, 12:55 PM IST
मध्य प्रदेश में 'महाराज 'बनेंगे विधानसभा उपचुनाव के केन्द्र
दो महीने पहले ही सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर और बाद में उनके 22 समर्थक विधायकों को इस्तीफा देकर राज्य की सियासत को बदल दिया था। राज्य में कांग्रेस की सरकार सत्ता से बेदखल हो गई और कमलनाथ को सीएम के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। लिहाजा अब कमलनाथ और कांग्रेस सिंधिया से इससे बदला लेना चाहते हैं।
NewsJun 9, 2020, 11:29 AM IST
उपचुनाव के लिए कांग्रेस एमपी में तैयार कर रही 'चक्रव्यूह'
राज्य में होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रभारियों ऐलान कर दिया है। भाजपा राज्य की सभी 24 सीटों को जीतने की रणनीति के तहत काम कर रही है। वहीं राज्य में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस खासतौर से सिंधिया के गढ़ में पार्टी को मजबूत कर रही है। इसी के तहत पिछले दिनों कांग्रेस ने सिंधिया के गढ़ में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति जातिगत आधार पर की।
NewsJun 6, 2020, 12:58 PM IST
सिंधिया का खेल बिगाड़ने के लिए 'विभीषण' तलाश रही है कांग्रेस
राज्यसभा की तीन सीटों पर होने चुनाव में भाजपा आसानी से दो सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। जबकि कांग्रेस एक सीट पर जीत हासिल करेगी। वहीं कांग्रेस ने मैदान में दो प्रत्याशियों को उतारा है। हालांकि संख्या बल के आधार पर कांग्रेस एक ही सीट जीत सकती। वहीं फिलहाल कांग्रेस भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह में मुश्किलें पैदा करने की तैयारी में है।
NewsJun 5, 2020, 1:41 PM IST
मध्य प्रदेश में कैबिनेट विस्तार को बढ़ी सरगर्मी, मिश्रा और चौहान में हुई मुलाकात
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट विस्तार के लिए राज्य में सरगर्मी शुरू हो गई हैं। हालांकि राज्य में अभी एक कैबिनेट विस्तार प्रस्तावित है और राज्य में होने वाले उपचुनाव को देखते हुए सरकार पर इसके लिए दबाव है कि जल्द से जल्द कैबिनेट विस्तार किया जाए। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कैबिनेट विस्तार में जगह मिलने की आस लगाए हुए हैं।
वहीं आज आज राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और उनकी शिवराज सिंह के साथ बंद कमरे में बैठक हुई। जिसके बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। सीएम शिवराज कैबिनेट में नरोत्तम मिश्रा को संकटमोचक कहा जाता है। लिहाजा राज्य में कयासों का दौर शुरू हो गये हैं। असल में नरोत्तम मिश्रा की शिवराज सरकार में नंबर दो हैसियत है। लिहाजा माना जा रहा है कि उपचुनाव से पहले होने वाले कैबिनेट विस्तार के लिए दोनों नेताओं की आपस में बाचतीत है। वहीं राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर सरकार पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों का दबाव है।
राज्य में जिन 24 सीटों में चुनाव होना है। उसमें से 17 सीटों में चुनाव सिंधिया के गढ़ कहे जाने वाले ग्वालियर और गुना में होने हैं। लिहाजा सिंधिया ज्यादा से ज्यादा अपने समर्थकों को कैबिनेट में जगह दिलाने की कोशिश में हैं। ताकि राज्य की सत्ता की चाबी उनके हाथ में रहे। वहीं राज्य में शिवराज सरकार ने भी उपचुनावों के लिए तैयारी शुरू कर दी है। विधायकों और नेताओं को अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने को कहा गया है। इसके साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं के साथ अच्छे संबंध बनाने को कहा गया है। क्योंकि अभी तक कांग्रेस के नेता और भाजपा के नेताओं के बीच छत्तीस का आंकड़ा था और उपचुनाव में दोनों को मिलकर चुनाव लड़ना है। लिहाजा पुराने विवादों को भूलने की सलाह पार्टी ने दी है।
प्रेशर गेम शुरू
राज्य में कैबिनेट विस्तार में अपने करीबी विधायकों और नेताओं को शामिल करने के लिए नेताओं का प्रेशर गेम शुरू हो गया है। सिंधिया हो या फिर नरेन्द्र सिंह तोमर। सभी अपने समर्थकों को कैबिनेट में शामिल करना चाहते हैं। वहीं सरकार के लिए सभी को कैबिनेट में शामिल करना मुश्किल है। इसके साथ ही सरकार पर भी कैबिनेट विस्तार को लेकर दबाव है। क्योंकि विस्तार के बाद पार्टी में विरोध के स्वर उभर सकते हैं। जो सरकार के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
NewsMay 28, 2020, 1:42 PM IST
सिंधिया की राह पर चली बागी अदिति, गांधी परिवार के गढ़ में ढह सकता है कांग्रेस का आखिरी किला
रायबरेली को गांधी परिवार का गढ़ कहा जाता है। लेकिन यहां से कांग्रेस की एकमात्र विधायक अदिति सिंह भी अब जल्द ही कांग्रेस को अलविदा कह सकती हैं। फिलहाल अदिति सिंह ने कांग्रेस के पूर्व बागी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का अनुसरण करते हैं अपने ट्वविटर एकाउंट से कांग्रेस नाम और लोगो को हटा दिया है। जबकि सिंधिया ने कांग्रेस को छोड़ने से पहले इस तरह से कांग्रेस नाम और लोगो को हटाया था।
NewsMay 25, 2020, 8:34 AM IST
जानें क्यों कांग्रेस सिंधिया को बता रही है 'गायब'
असल में राज्य में कांग्रेस की सरकार को गिराने में सिंधिया की अहम भूमिका रही और सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। जिसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई। फिलहाल कांग्रेस सिंधिया के खिलाफ मोर्चा जारी रखना चाहती है।
NewsMay 21, 2020, 12:39 PM IST
सिंधिया के गढ़ में फिर से पार्टी को खड़ा कर रही है कांग्रेस
राज्य की 24 सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। क्योंकि पिछले दिनों कांग्रेस से इस्तीफा देकर 22 विधायक भाजपा में चल गए थे और इसके कारण राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी। ये सभी 22 विधायक कभी कांग्रेस के महासचिव रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी थे और भाजपा में शामिल होने के बाद दो नेताओं को मंत्री भी बनाया गया है।
NewsApr 30, 2020, 1:12 PM IST
मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री ने सिंधिया से जताई निष्ठा, कार्यालय में लगाई 'महाराज' की तस्वीर
तुलसीराम सिलावत को 21 अप्रैल को शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था लेकिन वह बुधवार को पहली बार अपने कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगाया। लेकिन इनके साथ ही सिलावत ने सिधिया की तस्वीर को भी दिवार पर सुशोभित किया है। पूर्व कांग्रेस नेता सिलावत को सिंधिया का वफादार माना जाता है।
NewsApr 22, 2020, 2:32 PM IST
शाह के करीबी मिश्रा को मिला सरकार बनाने का इनाम, शिवराज सरकार में बने नंबर-दो
कोरोनोवायरस के कहर के बीच राज्य में शिवराज सिंह ने मंगलवार को कैबिनेट का विस्तार किया था और इसमें पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई थी। मंत्रियों में दो ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी थे जबकि तीन नेता भाजपा के थे। इसके बाद आज राज्य के सीएम शिवराज सिंह ने मंत्रियों को उनके विभागों का कार्यभार सौंप दिया है। शिवराज सिंह चौहान ने आखिरकार नरोत्तम मिश्रा पर भरोसा जताते हुए उन्हें राज्य का स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया है।
NewsApr 18, 2020, 2:35 PM IST
शिवराज के कैबिनेट विस्तार में महाराज का पेंच
ऐसी चर्चा है राज्य में शिवराज सिंह की अगुवाई वाली भाजपा सरकार का रविवार को कैबिनेट विस्तार हो सकता है। अभी तक शिवराज सिंह ने ही मुख्यमंत्री की शपथ ली है और वह सरकार चला रहे हैं। जिसको लेकर कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है कि वह सिंधिया समर्थकों को जगह नहीं दे पा रही है। वहीं राज्य में कोरोना संकट को देखते हुए शिवराज भी कैबिनेट विस्तार चाहते हैं।