नेहरु
(Search results - 26)NewsAug 9, 2023, 6:30 PM IST
'370 नेहरू की भूल', अविश्वास प्रस्ताव पर अमित शाह का धमाकेदार भाषण
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दूसरे दिन अमित शाह ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और यूपीए सरकार में हुए कार्यों और मोदी सरकार में हुए विकास कार्यों की बात की। इस दौरान उन्होंने राहुल अखिलेश और नीतीश पर जमकर प्रहार किया।
NewsSep 18, 2019, 7:57 PM IST
भाजपा विधायक ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु को बताया ऐयाश
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के विधायक ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर सार्वजनिक रुप से विवादित बयान दिया है। उन्होंने नेहरु को ऐयाशी करने वाला करार दिया।
NewsSep 6, 2019, 4:40 PM IST
सेना के खिलाफ झूठे आरोप लगाने वाली शेहला रशीद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय यानी जेएनयू की छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया है। शेहला ने जम्मू कश्मीर के बारे में झूठी अफवाहें फैलाने की कोशिश की थी। उस पर यह भी आरोप है कि उसने झूठे आरोपों से सेना को बदनाम करने की कोशिश की।
NewsAug 6, 2019, 3:10 PM IST
'जहां बलिदान हुए मुखर्जी, वह कश्मीर अब भारत का है'
जम्मू कश्मीर में धारा 370 और उसके विशेष राज्य का दर्जा खत्म करना भारतीय जनता पार्टी के लिए राजनीति से ज्यादा भावनात्मक मुद्दा था। क्योंकि यह मुद्दा उन्हें अपनी विचारधारा के पुरोधा श्यामा प्रसाद मुखर्जी से विरासत में हासिल हुआ था। यह वही डॉ. मुखर्जी हैं जिनका नाम संसद में बहस के समय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई बीजेपी नेताओं ने बार बार लिया। आईए आपको बताते हैं कि केन्द्र सरकार के वर्तमान कदम से श्यामा प्रसाद मुखर्जी का क्या रिश्ता था। आखिर क्यों उनके इस सपने को पूरा करने के नाम पर भाजपा ने इतना बड़ा रिस्क लिया।
NewsJul 23, 2019, 5:27 PM IST
जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में रैगिंग, बिहारी होना जुर्म बताकर कर दी पिटाई
देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में एक नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय भेदभाव का मामला सामने आया है। इस घटना में एक छात्र के साथ मात्र इसलिए गलत व्यवहार किया क्योंकि वह बिहार का रहने वाला था।
NewsJun 1, 2019, 12:23 PM IST
तो इसलिए पीएम मोदी ने अमित शाह को बनाया है गृहमंत्री, जानिए 5 प्रमुख वजहें
इस बार की मोदी सरकार का सबसे नाटकीय घटनाक्रम रहा अमित शाह का मंत्रिमंडल में होना। जब शपथ दिलाई जा रही थी तो पीएम मोदी के बाद अमित शाह का नंबर तीसरा था। लेकिन जब पोर्टफोलियो की घोषणा हुई तो शाह दूसरे नंबर पर दिखाई दिए। उन्हें गृहमंत्री बनाया गया जो प्रधानमंत्री के बाद दूसरे नंबर का सबसे अहम पद है। दरअसल अमित शाह को गृहमंत्री बनाने की कुछ खास वजहें हैं। आईए जानते हैं
ViewsMay 23, 2019, 10:40 PM IST
इस बार की जीत से नेहरु और इंदिरा के बाद मोदी ने बनाया यह रिकॉर्ड
302 सीटें हासिल करके बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। 2019 की जीत बीजेपी के लिए ऐतिहासिक इसलिए भी है क्योंकि नेहरु और इंदिरा के अलावा किसी की भी पूर्ण बहुमत सरकार दोबारा चुनकर नहीं आई थी। इस मायने से पीएम मोदी का नाम इतिहास में दर्ज हो गया क्योंकि उन्होंने जनता का पूरा भरोसा दोबारा हासिल किया। यह एक प्रधानमंत्री के तौर पर यह नरेन्द्र मोदी की बड़ी निजी सफलता है।
ViewsMay 16, 2019, 3:29 PM IST
जानिए कब हुआ था आजाद भारत का पहला नरसंहार
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे के बहाने पूरे हिंदू समुदाय पर निशाना साधा है। लेकिन हासन ने यह नहीं बताया कि गांधी जी की हत्या के बाद उनके तथाकथित अहिंसक अनुयायियों ने कितने क्रूर तरीके से हिंसा फैलाई थी। जिसमें हजारों बेकसूर लोगों की जान चली गई थी। यह आजाद भारत का पहला नरसंहार कहा जाता है। लेकिन इसे सरकारी हस्तक्षेप के कारण दबा दिया गया।
ViewsMay 13, 2019, 12:01 PM IST
राजीव गांधी का ‘विराट’ सच
यह तर्क तो गले नहीं उतरता कि राजनीति में जो दिवंगत हो गए उनके कार्य और व्यवहार की चुनाव में चर्चा नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैसे ही राजीव गांधी के नाम पर चुनाव लड़ने के साथ उन पर आईएनएस विराट का छुट्टी मनाने के लिए उपयोग करने तथा बोफोर्स का जिक्र किया उसके विरोध में यही तर्क दिया जा रहा है।
NewsMay 10, 2019, 1:16 PM IST
जानिए क्यों प्रियंका गांधी कर रही हैं पीएम मोदी पर सीधा हमला?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को राजनीति में उतरे भले ही जुम्मा जुम्मा चार दिन हुए हैं। लेकिन उनके तेवर देखकर लगता है कि वह अपना राजनीतिक मुकाम बनाने के लिए बहुत हड़बड़ी में हैं। भले ही वह किसी भी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन उनके बयानों का निशाना सीधा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ही रहता है। क्योंकि ऐसा करके ही वह ज्यादा से ज्यादा खबरों में बनी रह सकती हैं।
NewsMay 3, 2019, 11:35 AM IST
भारतीय अर्थव्यवस्था: फर्श से अर्श का सफर
जब देश आजाद हुआ तो देश की आर्थिक हालत जर्जर थी। लेकिन अब हमारी अर्थव्यवस्था ने पूरी दुनिया में एक मुकाम हासिल किया है। जानिए भारतीय अर्थव्यवस्था ने कैसे ब्रिटिश और नेहरु काल से होते हुए मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी के काल तक फर्श से अर्श तक का सफर तय किया।
NewsApr 29, 2019, 2:10 PM IST
'कांग्रेस' एक सिमटती हुई कहानी
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का इतिहास बेहद गौरवपूर्ण तो है। लेकिन अब यह इतिहास में ही सिमटती जा रही है। आजादी के बाद से अब तक देखें तो साल 2014 में कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे बदतर रहा है। ऐसे में क्या सचमुच देश 'कांग्रेस मुक्त' होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
ViewsApr 26, 2019, 2:08 PM IST
वाराणसी में जंग शुरु होने से पहले तय हो चुकी है जीत
प्रियंका वाड्रा अगर वाराणसी से चुनाव मैदान में उतरतीं तो उनकी पराजय निश्चित थी। लेकिन अगर वह पीएम मोदी को ठीक चुनौती भी नहीं दे पाती तो इसका संदेश बहुत बुरा जाता। उनके पहले ही चुनाव में पराजय का दंश लेना उनके एवं कांग्रेस के लिए ऐसा आघात होता जिससे उबरना कठिन हो जाता। कांग्रेस अपने इतने बड़े तुरुप के पत्ते की छवि बुझे हुए कारतूस जैसी बनाने का जोखिम नहीं उठा सकती थी।
ViewsApr 6, 2019, 3:55 PM IST
राहुल गांधी की कांग्रेस कैसे अलग है नेहरु और इंदिरा की कांग्रेस से
हमारे देश में हर तरह के विचारों के समर्थन में खड़ा हो जाने वाले लोग मिल जाएंगे। भारत को तोड़ने की खुलेआम वकालत करने वालों के समर्थक भी हमारे यहां पूरी संख्या में मौजूद हैं। किंतु इसके आधार पर सही और गलत का निर्णय नहीं हो सकता। सच यह है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में देश की सुरक्षा, उनसे संबंधित कानूनों एवं कश्मीर के बारे में जो वायदे किए गए हैं उनको पूरा पढ़ने के बाद किसी दल निरपेक्ष व्यक्ति के अंदर चिंता का भाव पैदा हो जाएगा।
NewsMar 19, 2019, 5:13 PM IST
अगर प्रियंका गांधी को भी हल्की राजनीति ही करनी है तो राहुल क्या बुरे थे?
जिस दिन प्रियंका गांधी ने राजनीती में पूर्णतः सक्रिय होने की घोषणा की थी उसी दिन से उनकी तुलना उनकी दादी इंदिरा गांधी से की जा रही थी। हर कोई प्रियंका गांधी की नाक से लेकर उनके चेहरे और सम्पूर्ण वेश-भूषा की तुलना इंदिरा गांधी से करते आये हैं। लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि प्रियंका की वैचारिक क्षमता उनके भाई राहुल से मिलती जुलती है।