आयातित प्याज केन्द्र सरकार से लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। एक तो ऊंचे दाम में प्याज का आयात किया गया। वहीं अब राज्य इस प्याज को नहीं उठा रहे हैं। लिहाजा अब केन्द्र सरकार ने इस प्याज को 60 फीसदी कम कीमत पर बेचने का फैसला किया है। केन्द्र सरकार ने प्याज को 22-23 रुपये किलो बेचने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। अब केन्द्र सरकार के लिए आयातित प्याज मुश्किल बन गया है। क्योंकि बाजार में प्याज की नई फसल आने के बाद प्याज की कीमतों में गिरावट आनी शुरू हो गई है। वहीं इसकी तुलना में सरकार ने सस्ता प्याज बेचना का फैसला किया है। ताकि बंदरगाहों पर सड़ रहा आयातित प्याज बेचा जा सके। लेकिन इस सस्ते प्याज को भी राज्य उठाने को तैयार नहीं है। क्योंकि इस प्याज में देसी प्याज की तरह स्वाद नहीं है। हालांकि केन्द्र सरकार राज्यों को इस प्याज को 22-23 रुपये प्रतिकिलोग्राम बेच रही है।
आयातित प्याज केन्द्र सरकार से लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। एक तो ऊंचे दाम में प्याज का आयात किया गया। वहीं अब राज्य इस प्याज को नहीं उठा रहे हैं। लिहाजा अब केन्द्र सरकार ने इस प्याज को 60 फीसदी कम कीमत पर बेचने का फैसला किया है। केन्द्र सरकार ने प्याज को 22-23 रुपये किलो बेचने का फैसला किया है। लेकिन दो भी राज्य इस प्याज को उठाने में आनाकानी कर रहे है। सरकार ने तुर्की और मिस्र से इस प्याज को आयात किया था। उस वक्त देश में प्याज की कीमत 150 रुपये प्रतिकिलोग्राम तक पहुंच गई थी।
लेकिन बंदरगाहों पर आ चुके प्याज का उठान राज्यों ने नहीं कियाा। जिसके कारण ये प्याज अब केन्द्र सरकार की मुसीबत बन गया है। क्योंकि एक तो बंदरगाह में रखने का खर्च आ रहा है। वहीं ये प्याज महंगा है। जिसे राज्य नहीं उठा रहे हैं। देश में प्याज की जरूरतों को देखते हुए केन्द्र सरकार ने 1.2 लाख टन प्याज आयात करने के लिए करार किया था। लेकिन अभी तक 14 हजार टन भारत में आ चुका है। लेकिन बाकी का प्याज आना बाकी है। जिसको लेकर केन्द्र सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ने वाला है। देश में प्याज की कीमत लगातार गिर रही है और घरेलू प्याज बाजार में आ गया है। जिसके कारण कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है।
यूपी सरकार ने रोक दिया था वेतन
आयातित प्याज किस कदर सरकार एजेंसियों की परेशान बन गया है इसका उदाहरण यूपी में देखा जा सकता है। पिछले दिनों ही उद्यान विभाग ने अपने कर्मचारियों का वेतन इसलिए रोक दिया था कि उन्होंने आयातित को बेचा नहीं है। उद्यान विभाग जो प्याज बेच रहा था वह महंगा था जबकि बाजार में सस्ता प्याज मौजूद है। जिसके कारण लोगों ने आयातित प्याज लिया नहीं तो यूपी सरकार ने कर्मचारियों का वेतन रोक लिया और फरमान सुनाया कि जब तक प्याज नहीं बिकता है तब तक वेतन नहीं दिया जाएगा।
देश में प्याज के दाम 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंचे
पिछले दिनों में प्याज की किल्लत के कारण इसके दाम 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए थे। लेकिन अब बाजार में नया प्याज आने के बाद ये 50 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है।