बकरीद में पाकिस्तान मना रहा है 'फीकी ईद'

By Team MyNation  |  First Published Aug 11, 2019, 3:03 PM IST

 सोमवार को पूरे दुनिया भर में बकरीद का त्योहार है और पाकिस्तान में महंगाई के कारण लोग फीकी ईद मना रहे हैं। क्योंकि गोश्त के कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है और जानवरों की कीमतें भी बढ़ गई हैं। वहीं सब्जियों और अन्य खाद्य उत्पादों की कीमतों में बेतहाशा इजाफा हुआ है। जिसके कारण पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं बकरीद नहीं जनाब फीकी ईद कहिए।

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में भारत से अपने व्यापारिक रिश्तों को खत्म करने वाला पाकिस्तान अब बकरीद के त्योहार में फीकी ईद मनाने की तैयारी कर रहा है। सोमवार को पूरे दुनिया भर में बकरीद का त्योहार है और पाकिस्तान में महंगाई के कारण लोग फीकी ईद मना रहे हैं।

क्योंकि गोश्त के कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है और जानवरों की कीमतें भी बढ़ गई हैं। वहीं सब्जियों और अन्य खाद्य उत्पादों की कीमतों में बेतहाशा इजाफा हुआ है। जिसके कारण पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं बकरीद नहीं जनाब फीकी ईद कहिए।

पाकिस्तान की इमरान खान सरकार अपने ही घर में घिर गई है। विपक्षी दल उसे भारत के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने और कश्मीर मामले में सरकार विफलता के लिए कोस रहे हैं। जबकि जनता भी कह रही है कि इमरान सरकार ने  भारत से व्यापारिक संबंधों को तोड़कर एक तरह से अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।

पाकिस्तान में महंगाई आसमान छू रही थी, अब ईद के त्योहार से पहले बाजार में खाद्य उत्पादों का कम हो जाना और उनकी कीमतों के बढ़ जाने से सीधी मार जनता पर पड़ रही है। भारत से पाकिस्तान को निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में प्रतिबंध लग गया है। यही नहीं दूध, सब्जी से लेकर गोश्त की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

पाकिस्तान में गोश्त की कीमत 11 सौ प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। वहीं बकरीद के मौके पर कुर्बानी दिए जाने वाले जानवरों की कीमतों में इजाफा हुआ है। पिछले साल तक भारत से गोश्त और जानवरों की सप्लाई पाकिस्तान को की जाती थी। लेकिन इस बार व्यापारिक प्रतिबंध लगाए जाने के बाद व्यापारी भी वहां पर उत्पादों को नहीं बेच सकते हैं। 

आमतौर पर पाकिस्तान में त्योहार के मौके पर गुलजार रहने वाले बाजारों से रौनक गायब है। एक तो पहले से ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज लेने के बाद इमरान सरकार ने कई वस्तुओं को महंगा कर दिया है वहीं बजट में नए कर जनता पर थोप दिए हैं।

प्याज बेचने वाले इफ्तिकार का कहना है सोमवार को ईद है बाजार में खाद्य उत्पादों की कमी हो गई है क्योंकि भारत से सबसे ज्यादा रोजाना इस्तेमाल होने वाली सब्जियां आती थी। लेकिन अब उनका आना बंद हो गया है। जिसके कारण व्यापारी भी ऊंची कीमत पर उत्पादों को बेच रहे हैं।

जानें पाकिस्तान में सब्जियों के भाव

पाकिस्तान का आर्थिक केन्द्र माने जाने वाले कराची में अदरक और लहुसन कीमत 400 रुपये व 320 रुपये किलो के करीब है। वहीं तुरई 150 रुपये प्रति किलो तो  लौकी के भाव 120 रुपये,  बंदगोभी 80 रुपये , और शिमला मिर्च 120 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बिक रही है। जबकि हरी मिर्च का हाल ये है कि ये इस मौसम में हरी मिर्च 100 रुपये रुपये किलो बिक रही है।

पाकिस्तान में सबसे ज्यादा सब्जियां भारत से ही आयात की जाती हैं। वहीं ब्रेड का भाव भी तेजी से बढ़ा है। यहां पर छोटी ब्रेड का पैकेट 35 रुपये तो मिडिल साइज ब्रेड 56 रुपये और बड़ी ब्रेड का पैकेट 100 रुपये हो गया है। जबकि पाकिस्तान में त्योहार का सीजन होने के बावजूद चीनी की कीमत 72 रुपये प्रति किलो हो गई है। वहीं दूध 108 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर पहुंच गया है।
 

click me!