प्रचंड जनादेश के बाद एनडीए का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में अपने संबोधन के दौरान नए सांसदों को कई नसीहतें दीं।
2014 से भी बड़े जनादेश के साथ सत्ता में लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में अपने संबोधन के दौरान कई बातें बड़े ही हल्केफुल्के अंदाज में कहीं। एनडीए के संसदीय दल का नेता चुने जाने के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, जब विश्वास की डोर मजबूत होती है तो सत्ता के समर्थन में लहर चलती है। पीएम मोदी ने इस दौरान भाजपा के बढ़े मत प्रतिशत की तुलना अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को मिले वोटों से की।
पीएम मोदी ने कहा, '2014 में भाजपा को जितने वोट मिले थे और 2019 में जो वोट मिले हैं, उनमें जो वृद्धि हुई है, यह वृद्धि करीब-करीब 25 प्रतिशत है। लेकिन ग्लोबल परिदृश्य में देखें तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जितने वोट मिले थे, उतना हमारा इंक्रीमेंट है।'
2014 में भाजपा को जितने वोट मिले थे और 2019 में जो वोट मिले हैं, उनमें जो वृद्धि हुई है, यह वृद्धि करीब-करीब 25 प्रतिशत है।
लेकिन ग्लोबल परिदृश्य में देखें तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जितने वोट मिले थे, उतना हमारा इंक्रीमेंट है: पीएम श्री नरेन्द्र मोदी pic.twitter.com/F917ciNBrR
इस चुनाव में भाजपा को कुल 37.4 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि एनडीए को मिलाकर यह वोट शेयर 45 फीसदी हो जाता है। एक दर्जन राज्यों में भाजपा को 50 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं। वहीं 2014 में भाजपा को अकेले 31 प्रतिशत वोट मिले थे। साल 2014 में पार्टी के 282 प्रत्याशी जीते थे लेकिन इस बार यह आंकड़ा 303 पहुंच गया है। एनडीए ने साल 2014 में कुल 336 जबकि 2019 में 353 सीटें जीती हैं।
कैबिनेट पर चल रही गलत खबरें
पीएम नरेंद्र मोदी ने संभावित कैबिनेट को लेकर चल रही खबरों पर भी सांसदों को चेताया। उन्होंने कहा, मुझे अभी देखना है कि कौन कहां से जीत कर आया है लेकिन इस बीच देश में कई नरेंद्र मोदी हो गए हैं, जिन्होंने मंत्रियों के नाम तय कर दिए हैं। इसलिए मैं आपसे कहना चाहता हूं कि ऐसी किसी भी खबर पर अभी विश्वास ना करें। ऐसे लोग सिर्फ अपना स्वार्थ पूरा कर रहे हैं। लेकिन मैं कहना चाहूं कि किसी खबर पर कुछ नहीं होता कुछ नॉर्म्स होते हैं जिन पर जिम्मेदारी मिलती है। आप सभी मेरे अपने हैं लेकिन सभी को जिम्मेदारी नहीं मिल सकती। आपको जब आधिकारिक फोन भी आ जाए तब भी एक बार वेरिफाई जरूर कर लें।
मंत्रिमंडल को लेकर मीडिया में जो अफवाहें चल रही हैं, वो भ्रमित करने के लिए हैं। आप इस भ्रम में मत आइए।
चुनाव में जो भी जीतकर आए हैं, वे सब मेरे हैं। मेरा किसी से भेदभाव नहीं है, लेकिन दायित्व कुछ ही लोगों को दे सकते हैं: पीएम नरेन्द्र मोदी pic.twitter.com/yv2Tc24prR
नए सांसदों को सेवा देने वालों से बचने की नसीहत
पीएम ने नए सांसदों से कहा, यहां सेवा देने वाले बहुत मिलेंगे। ऐसे लोगों से बचें। अपने साथ अपने विश्वस्त लोगों को जोड़े। अन्यथा बाद में दिक्कत हो सकती हैं।
नए सासंदों के साथ पीएम श्री नरेन्द्र मोदी ने साझा किए जीवन के कई अहम अनुभव दिए जरूरी सुझाव कहा- कृपा करके सेवाभावी लोगों की सेवा से मुक्त रहिए। pic.twitter.com/KCkJd2qz9A
— BJP (@BJP4India)बड़बोले नेताओं को सलाह, छपास और दिखास से बचें
पीएम मोदी ने नव निर्वाचित सांसदों को बड़बोलेपन और मीडिया में छपने एवं दिखने की चाहत से बचने की नसीहत दी। मोदी ने किसी का नाम न लेते हुए कहा, कुछ लोगों में बड़बोलापन होता है। टीवी के सामने कुछ भी बोल देते हैं। यह 24-48 घंटे तक चलता है और परेशानी बढ़ती है। पीएम ने कहा, कुछ लोग सुबह उठकर जब तक राष्ट्र के नाम संदेश नहीं दे लेते हैं, उन्हें चैन नहीं पड़ता।
PM Narendra Modi addressing NDA Parliamentary meet says, "Media ke logo ko bhi pata hota hai ki 6 namune hain, vaha subah pahoch jayo, gate ke bahar khade raho, nikal ke kuchh to bolega." pic.twitter.com/dTtzu9uz6M
— ANI (@ANI)उन्होंने कहा, 'मीडिया को भी पता होता है कि 5-6 नमूने हैं, इनके गेट के सामने पहुंच जाओ, कुछ ना कुछ बोलेंगे ही। ऐसी-ऐसी चीजें होती है, जिनका हमसे लेना-देना नहीं होता। मैं ये बात सदन चलते वक्त कहता तो लोग सोचते कि मेरे लिए कह रहा है। लेकिन, आज तटस्थ होकर कह रहा हूं। आपको इससे बचना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल-आडवाणी कहते थे कि छपास और दिखास से बचना चाहिए। इससे बचकर आप खुद को भी बचा सकते हैं और दूसरों को भी बचा सकते हैं। नए सांसदों को गुर देते हुए मोदी ने कहा कि कोई कुछ पूछे तो उसे कहें कि एक घंटा रुको, जांच करता हूं।'