कुछ दिनों से दोनों दलों के बीच आरोप और प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है। कुछ दिन पहले ही एनसीपी मुखिया शरद पवार ने दावा किया था कि भाजपा उनके विधायकों और नेताओं को तोड़ रही है। जबकि भाजपा का दावा था कि एनसीपी और कांग्रेस के पचास से ज्यादा विधायक भाजपा में शामिल होना चाहते हैं और इशारा मिलते ही वह पार्टी में शामिल हो जाएंगे।