केरला की नारायणी टीचर एक उदाहरण है मेहनत, हिम्मत और लगन का। पिछले पचास साल से वो नंगे पांव 25 किलोमीटर का सफर पैदल तय करके स्टूडेंट्स को पढ़ाने जाती हैं। नारायणी सिर्फ दसवीं तक पास हैं लेकिन उन्हें चार भाषाओं का ज्ञान है। उनके पढ़ाए बच्चे हमेशा अच्छा नंबर लाते हैं और विदेशों में सेटेल हैं।