मकर संक्रांति के मौके पर हिन्दू धर्म के साधु-संन्यासी पहले शाही स्नान के लिए पहुंचे स्नान के समयकाल में अमृत और साध्य योग रहेगा। इस काल में किए गए स्नान, दान से अधिक पुण्य मिलेगा। शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी भी समय मकर संक्रान्ति होने पर संक्रान्ति का पुण्य काल दूसरे दिन सूर्योदय से मध्याह्न तक रहता है।