माना जा रहा है कि बाढ़ की सबसे अधिक आशंका वाले इलाकों में चुनाव आयोग सबसे आखिरी चरण में चुनाव कराएगा। राज्य की 243 सीटों के लिए मतदान होना है और राज्य की विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है।
नई दिल्ली। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का कभी भी ऐलान हो सकता है। राज्य में होने वाले चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने संकेत दे दिए हैं। राज्य में तीन चरणों में चुनाव हो सकते हैं। वहीं माना जा रहा है कि दशहरे के बाद और दिवाली से पहले के 20 दिनों की अवधि में चुनावी प्रक्रिया पूरी हो सकती है। हालांकि राज्य में कोरोना संक्रमण और बाढ़ के कारण राज्य के विपक्षी दल चुनावों की टालने की मांग कर रहे थे।
माना जा रहा है कि बाढ़ की सबसे अधिक आशंका वाले इलाकों में चुनाव आयोग सबसे आखिरी चरण में चुनाव कराएगा। राज्य की 243 सीटों के लिए मतदान होना है और राज्य की विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है। लिहाजा इससे पहले चुनाव कराने अनिवार्य हैं। फिलहाल जानकारी के मुताबिक आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है और राज्य के चुनावों का ऐलान 10 सितंबर के बाद कभी भी हो सकता है।
राज्य में विधानसभा के साथ ही एक लोकसभा का भी चुनाव होनगा। वहीं राज्य के साथ ही विभिन्न राज्यों में खाली हुई 64 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में होने वाले चुनाव के लिए 13 सितंबर के आस-पास चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। पिछले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान 9 सितंबर को हुआ था। राज्य में होने वाले चुनावों के लिए इस बार निर्वाचन प्रक्रिया काफी अलग होगी।
क्योंकि कोरोना संकट, छह महीने के लॉकडाउन, अनलॉक और कोरोना के बढ़ते-घटते मरीजों की संख्या के बीच चुनाव होना है। लिहाजा चुनाव आयोग को कई तरह की सावधानियां बरतनी होंगी। कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग धनतेरस से पहले मतदान के सभी चरण और मतगणना पूरी करने की कोशिश करेगा और कार्यक्रम में कोई दिक्कत आती है तो मतगणना का काम छठ पर्व के बाद भी हो सकता है।