अगर ये कहें कि प्याज के राजनैतिक कमोडिटी है तो कहना गलत नहीं होगा। क्योंकि प्याज कई बार चुनाव में बड़ा मुद्दा बन चुका है और सरकारें सत्ता से बेदखल हो गई हैं। क्योंकि प्याज की कीमतों ने मुद्दे को मंहगाई बना दिया था। लिहाजा तीन राज्यों की सरकारें भी प्याज को लेकर परेशान हैं। हालांकि केन्द्र सरकार ने सरकारी कंपनी एमएमटीसी के जरिए बाहर से प्याज आयात करने का फैसला किया है।