बौद्ध
(Search results - 13)Beyond NewsOct 5, 2021, 9:54 PM IST
बुद्धम शरणम गच्छामि: भारत को क्यों कहते हैं 'The Land of Buddha' अगर जानना है, तो कभी इस ट्रेन में बैठें
भारत भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है। इसलिए इसे 'The Land of Buddha' भी कहते हैं। 2500 साल पुराने बौद्ध धर्म के दर्शन(philosophy) और उसके इतिहास से रूबरू कराने पर्यटन मंत्रालय कई सालों से बौद्ध सर्किट ट्रेन चला रहा है। जानिए पूरी कहानी...
Beyond NewsSep 21, 2021, 7:13 PM IST
GII 2021: भारत पहुंचा 46 रैंक पर, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स का भारत लॉन्च 21 सितंबर को
भारत इनोवेशन इंडेक्स, का लेटेस्ट एडिशन है। दरअसल, जीआईआई दुनिया भर की सरकारों के लिए अपने-अपने देशों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों का आकलन करने का आधार है।
SpiritualitySep 11, 2019, 7:40 AM IST
प्राचीन भारत के गौरव को चंद वामपंथी इतिहासकार कैसे मिटा सकते हैं?
भारत का इतिहास हजारों वर्षों से गौरवपूर्ण रहा है। यह मात्र किस्से कहानियों तक सीमित नहीं है। बल्कि हमारे मंदिरों और ग्रंथों के रुप में इसके जीवंत उदाहरण मौजूद हैं। हालांकि इसे नष्ट करने की कई बार कोशिश की गई। जिसमें असफलता प्राप्त होने के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने बौद्धिक कुचक्र चलाया। लेकिन ईश्वर की कृपा से अपने प्राचीन ज्ञान विज्ञान के सहारे भारत अब जग रहा है।
ViewsApr 26, 2019, 5:10 PM IST
बौद्ध मुस्लिम तनाव से पूरे दक्षिण एशिया में अशांति का खतरा
दुनिया के तीन बड़ी बौद्ध आबादी वाले देशों म्यांमार, थाईलैण्ड और श्रीलंका में बौद्ध और मुस्लिमों के बीच तनाव लगातार गहराता जा रहा है। कोलंबो में हाल ही में हुए धमाकों ने इस तनाव को और भड़काया है। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो निकट भविष्य में यह पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में बड़ी तबाही का कारण बन सकता है।
NewsApr 10, 2019, 9:39 AM IST
अस्पताल में भर्ती हुए धर्मगुरु दलाई लामा, छाती में संक्रमण
तिब्बती धर्म बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के छात्री में संक्रमण की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती किया है। ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी मेडिकल की रिपोर्ट में टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पायी है।
NewsJan 12, 2019, 3:16 PM IST
बिहार के बोधगया में तीन दिनों के बौद्ध महोत्सव की शुरूआत, मुख्यमंत्री नीतीश ने किया उद्घाटन
बौद्ध महोत्सव के मौके पर महाबोधि मंदिर परिसर के साथ-साथ पूरे बोधगया को सजाया गया है। इस महोत्सव में भाग लेने के लिए श्रीलंका, तिब्बत, थाईलैंड, लाओस, वियतनाम जैसे कई बौद्ध देशो के कलाकार आए हुए हैं।
ViewsDec 6, 2018, 6:48 PM IST
‘जय भीम-जय मीम’ कहने वालों ने क्या पाकिस्तान पर बाबासाहेब अंबेडकर के विचार पढ़े भी हैं?
संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज पुण्यतिथि है। आज भले ही उनके कथित अनुयायी उन्हें अंबेडकरवाद की संकुचित विचारधारा में कैद करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अंबेडकर सभी सीमाओं से परे हैं। उनका राष्ट्रवाद असंदिग्ध है। आज ‘जय भीम-जय मीम’ का नारा लगाने वाले शायद इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वह मजहबी कट्टरता और पाकिस्तान को जन्म देने वाले ‘द्विराष्ट्रवाद’ के विचार के कितने बड़े विरोधी थे।
WorldNov 13, 2018, 1:47 PM IST
म्यामांर भेजे जाने के डर से शिविरों से भाग रहे रोहिंग्या
अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को बृहस्पतिवार से बौद्ध बहुल म्यामांर वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं। ये शरणार्थी म्यामांर में हुई हिंसा के बाद वहां से भाग निकले थे।
WorldNov 3, 2018, 3:42 PM IST
श्रीलंका के अपदस्थ प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने दी 'खूनी संघर्ष' की धमकी
विक्रमसिंघे खुद को हटाने के फैसले को खारिज कर चुके हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह उपनिवेशवाद के दौर में बने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास टेंपल ट्री रेजिडेंस से नहीं जाएंगे। उनके आवास के बाहर बौद्ध भिक्षु लगातार प्रार्थना कर रहे हैं।
NewsNov 3, 2018, 2:22 PM IST
क्या बिहार में लौट रहा है जंगलराज? बोधगया में पेड़ से लटका मिला विदेशी का शव
बिहार के बोधगया में एक विदेशी सैलानी का शव पेड़ से लटका हुआ पाया गया है। यह पर्यटक ऑस्ट्रेलिया का रहने वाला था। यह घटना आज सुबह की है।
NewsSep 7, 2018, 6:59 PM IST
बीएसएफ के डीजी का बड़ा बयान, ममता पर लगाए गंभीर आरोप
बीएसएफ के डीजी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री पर बड़ा आरोप लगाया है। उनके इस बयान से एक ऐसा खुलासा हुआ है, जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकती है।NewsAug 30, 2018, 10:09 AM IST
NationJul 13, 2018, 9:37 AM IST
पाक की स्वात घाटी ने कबूला इस्लाम से पहले था बौद्ध, तोड़ी गई प्रतिमा बन कर तैयार
स्वात घाटी में रहने वाले लोग आज भी मानते हैं कि इस्लाम के आने से पहले यह इलाका बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों का था। तालिबान ने उनकी ऐतिहासिक पहचान और संस्कृति को तहस नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी