मनोहर गोपालकृष्ण पर्रिकर का जाना किसी एक प्रदेश के मुख्यमंत्री या भाजपा के नेता का जाना भर नहीं है। भाजपा और गोवा के लिए तो यह बहुत बड़ी क्षति है ही। गोवा में वैसा सर्वस्वीकार्य और भाजपा को उस तरह उदाहरण देने लायक दूसरे नेता शायद ही मिले। किंतु इन सबसे अलग यह देश के लिए क्षति है। इस मायने में भी आडम्बर और पाखंड के इस दौर में बिल्कुल सहज, सरल, सादगी में आत्मविश्वास से काम करने वाले दूसरा कोई नेता राष्ट्रीय क्षितिज पर दिखाई नहीं पड़ता।