सुधा अंकिता टिर्की ने बचपन से जीवन में सिर्फ तकलीफ और संघर्ष देखा था। 5 साल की उम्र में सुधा को उनके पिता ने मां और छोटी बहन के साथ घर निकाल दिया । दो बेटियों की परवरिश करने के लिए सुधा की मां ने घरों में झाड़ू पोछा किया। घर की जरूरत ने सुधा की मां को कर्जदार बना दिया लेकिन सुधा ने फुटबॉल खेल कर अपनी मां का कर्ज अदा कर दिया।